
रिपोर्ट: श्रेयांश पराशर
पैनिक बटन, GPS ट्रैकिंग और ऑटोमैटिक गेट जैसी सुविधाओं से सुसज्जित इस सेवा ने महिलाओं को दिलाया भरोसा
बिहार सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए ‘पिंक बस’ सेवा की शुरुआत की है। यह सेवा फिलहाल पटना सहित छह जिलों में शुरू की गई है। आधुनिक तकनीक और महिलाओं के अनुकूल सुविधाओं से लैस यह बसें अब महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बना रही हैं।
पटना समेत बिहार के छह जिलों में महिलाओं के लिए विशेष रूप से 'पिंक बस' सेवा शुरू की गई है। इन बसों में पैनिक बटन, जीपीएस ट्रैकिंग, और ऑटोमैटिक गेट जैसी आधुनिक सुविधाएं दी गई हैं, जिससे महिलाओं को एक सुरक्षित और आरामदायक यात्रा अनुभव मिल रहा है। पैनिक बटन दबाते ही कॉल सीधे डॉयल 112 पर जाएगी और पुलिस GPS लोकेशन से महिला यात्री तक पहुंच सकेगी।
बस का गेट ड्राइवर के नियंत्रण में रहता है, जिससे कोई भी व्यक्ति जबरन अंदर नहीं आ सकता। भविष्य में इन बसों का संचालन भी महिला ड्राइवर ही करेंगी। फिलहाल पुरुष ड्राइवर कार्यरत हैं, जिन्हें धीरे-धीरे महिला ड्राइवरों से बदला जाएगा।
टिकटिंग की प्रक्रिया ‘चलो’ ऐप के माध्यम से की जा रही है, जिससे किराए में पारदर्शिता बनी रहती है। किराया 6 से 25 रुपए के बीच तय किया गया है। छात्राओं के लिए 400 और कामकाजी महिलाओं के लिए 550 रुपए में मासिक पास की सुविधा भी उपलब्ध है।
इस पहल से महिलाओं को न केवल सुरक्षित सफर मिल रहा है, बल्कि यह कदम सामाजिक बदलाव की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण प्रयास है।